मानव सेवा समिति के द्वारा संचालित श्री महादेव जी रामाधार दिव्यांग शिक्षण प्रशिक्षण केंद्र औढारी मठ , सिखड़ी , गाजीपुर में आज 11 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस का कार्यक्रम मनाया गया|
इसी सन्दर्भ में संस्था के प्रबंधक माननीय श्री रमेश यादव जी ने बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा, यह एक ऐसा दिन है जब हम दुनिया भर में लड़कियों की अविश्वसनीय क्षमता और ताकत का जश्न मनाने के लिए एक साथ आते हैं। लड़कियाँ सिर्फ हमारे समाज का हिस्सा नहीं हैं। उनमें असीमित क्षमता है और यह सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है कि इस क्षमता को पोषित किया जाए और फलने-फूलने दिया जाए। 19 दिसंबर, 2011 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने लड़कियों के अधिकारों और दुनिया भर में लड़कियों के सामने आने वाली अनोखी चुनौतियों को पहचानने के लिए 11 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस घोषित करने के लिए संकल्प 66/170 को अपनाया |अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस लड़कियों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने और लड़कियों के सशक्तिकरण और उनके मानवाधिकारों की पूर्ति को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करता है।
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता:
अर्थात जहां नारी की पूजा की जाती है, उसका सम्मान किया जाता है वहां देवताओं का वास होता है।