मानव सेवा समिति के तत्वाधान में भारतीय पुनर्वास परिषद नई दिल्ली द्वारा अनुमोदित श्री महादेव जी रामाधार दिव्यांग शिक्षण प्रशिक्षण केंद्र गाजीपुर में तीन दिवसीय सतत पुनर्वास शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन 20, 21, 22 जून 2022 तिथि को निर्धारित है।
इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से दिव्यांग बच्चों पर शोध करने वाले विशेषज्ञों के विचार सामने आएंगे। तीन दिवसीय कार्यक्रम निश्चित रूप से दिव्यांगजनों एवं अभिभावकों के हितों के लिए कारगर सिद्ध होगा। संस्थान के निदेशक श्री रमेश यादव के कुशल मार्गदर्शन में अजीत कुमार गुप्ता द्वारा कार्यक्रम का मुख्य विषय ” Early Intervention Services to Children with Special Needs” पर आयोजित किया जाएगा।
निदेशक महोदय ने आगामी सतत पुनर्वास शिक्षा कार्यक्रम के बारे में प्रकाश डालते हुए बताया कि दिव्यांग बच्चों का शीघ्रातिशीघ्र हस्तक्षेप अति आवश्यक है। हमारे संस्थान द्वारा दिव्यांग बच्चों को शीघ्र हस्तक्षेप सेवाएं प्रदान की जाती हैं। दिव्यांग बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पहचानना एवं स्पष्ट करना, विभिन्न शैक्षिक विकल्पों की आवश्यकताओं को स्पष्ट करना, उनकी आवश्यकताओं में योगदान करने वाले कारकों को पहचानना एवं विशेष बच्चों को प्रदान की जाने वाली शीघ्र हस्तक्षेप सेवाओं पर विस्तृत गुफ्तगू की जाएगी।
कार्यक्रम संयोजक ने कहा कि विगत दिसंबर 2021, मार्च 2022 के राष्ट्रीय स्तर की सतत पुनर्वास शिक्षा कार्यक्रम से ग्रामीण क्षेत्र के विशेष बालकों व परिवार को जागरूक बनाने का यथासंभव प्रयास संस्थान द्वारा किया जा रहा है। शीघ्र पहचान व हस्तक्षेप दिव्यांग बच्चों की शैक्षिक उपलब्धियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह भी सिद्ध हो चुका है कि शीघ्र पहचाने गए दिव्यांग बच्चों को उनकी दिव्यांगता के प्रकार की डिग्री, प्रारंभ होने की आयु, ह्रास का प्रकार, मनोवृति दर्शन, पारिवारिक सहारा आदि के आधार पर अपने लिए उचित शिक्षण व्यवस्था चुन सकते हैं।
कार्यक्रम संयोजक को पूर्ण आशा व विश्वास है कि विगत सतत पुनर्वास शिक्षा कार्यक्रम की भाँति ही आगामी जून के कार्यक्रम में अधिकतम प्रतिभागी उत्साह एवं ऊर्जा के साथ भाग लेंगे।