शिक्षक दिवस कार्यक्रम
श्री महादेव जी रामाधार दिव्यांग शिक्षण प्रशिक्षण केन्द्र औढ़ारी गाजीपुर, मानव कल्याण व समावेशी शिक्षा के लिए न केवल प्रदेश अपितु पूरे देश में जाना जाता है। जो दिव्यांग जनों की सर्वांगीण प्रतिभा को विकसित करने के लिए सराहनीय कार्य कर रहा है। मानव सेवा समिति के तत्वाधान में श्री महादेव जी रामाधार दिव्यांग शिक्षण प्रशिक्षण केन्द्र औढ़ारी सिखड़ी गाजीपुर में आज शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में सेमीनार हाल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा. महेन्द्र यादव (निदेशक मां जवलेश्वरी क्लीनिक) के गरिमामय उपस्थिति कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ने सम्बोधित करते हुए कहा कि
शिक्षक दिवस विद्यार्थियों से विशेष अभिवादन और उपहार लेने का दिन नहीं है। यह शिक्षक के आत्मचिंतन का दिन है। यह संकल्प का दिन है कि हम अपने
विद्यार्थियों को आजाद रखेंगे, उन्हें तालाब नहीं बल्कि नदी का प्रवाह देंगे, मुक्त आकाश देंगे।
आगे दिव्यांगनों की प्रतिभा विकसित करने हेतु उन्होंने कहा कि ईश्वर दिव्यांग जनों को एक विशेष प्रतिभा प्रदान करता है और उस प्रतिभा के विकास से दिव्यांग जन आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने दिव्यांग जनों का उदाहरण देते हुए कहा कि श्रीमती अरूणिमा सिन्हा, इला सिंघल, चेन्नई की टिफनी और आन्ध्र प्रदेश के श्रीकांत बोलवा ने अपने-अपने क्षेत्रों में अपनी अद्वितीय प्रतिभा का परिचय दिया है।
संस्थान के निदेशक रमेश यादव जी ने कहा कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर, 1888 को हुआ था। एक विद्वान शिक्षक के रूप में अपने जीवन के चालीस वर्ष भारत के भविष्य को बेहतर बनाने में लगाया था। उनके शिक्षक के रूप में दिए गए योगदान को हमेशा याद रखने के लिए हर साल उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने सभी छात्रों को शिक्षक दिवस बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम समापन पर संस्थान के प्रवक्ता अजीत कुमार गुप्ता द्वारा आभार व्यक्त किया गया।