समुदाय आधारित पुनर्वास कार्यक्रम- समुदाय आधारित पुनर्वास कार्यक्रम सबसे पहले हमें जानने की आवश्यकता है ” समुदाय आधारित पुनर्वास यह एक क्रमबद्ध दृष्टिकोण है जिसके द्वारा उनकी अपने ही समुदाय में रहते हुए स्थानी स्त्रोतों का उपयोग करते हुए उनकी सहायता की जा सकती है और समुदाय की अपने उत्तरदायित्व को समझने में मदद की जा सकती है दिव्यांग व्यक्ति को समुदाय का एक हिस्सा समझकर उत्तरदायित्व दिया जा सकता है इसलिए यह लक्ष्य होना चाहिए कि इसी समुदाय परिवार और स्थानीय प्रशासन अंतर्गत सक्रिय रुप से सेवाओं को शामिल करते हुए उन्हें इसी समुदाय में शामिल करें यह सेवाएं व्यक्ति की आवश्यकताओं को देखते हुए प्रदान करती है”
मानव सेवा समिति द्वारा संचालित श्री महादेव जी रामाधार दिव्यांग शिक्षण प्रशिक्षण केंद्र औढारी सिखड़ी गाजीपुर संस्थान के D.Ed प्रशिक्षु द्वारा समुदाय आधारित पुनर्वास कार्यक्रम के माध्यम से ग्राम सभा मोहम्मदपुर में 1 सप्ताह दिव्यांग बच्चों के घर डोर टू डोर जाकर उनके माता-पिता एवं अभिभावक को दिव्यांग बच्चों की समस्याओं और राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के द्वारा छूट एवं सुविधाओं के बारे में बताएं
तथा अंतिम दिन प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर, प्रधानाध्यापक श्री राजेंद्र राम एवं सहायक अध्यापक एवं अध्यापिका के मार्गदर्शन एवं सहयोग से विद्यालय परिसर में दिव्यांग बच्चे, उनके अभिभावक एवं समुदाय के लोगों को एकत्रित करके उनको दिव्यांगों की रोकथाम ,उपचार एवं दिव्यांगता के होने वाले कारणों के बारे मे D.Ed प्रशिक्षु द्वारा बताया गया
और यह भी कहा गया कि हमारी संस्थान में श्री महादेव एसके रूंगटा विशेष विद्यालय मैं इन बच्चों को निशुल्क शिक्षण, अभिरक्षण एवं व्यवसायिक प्रशिक्षण और आवासी सुविधाएं उपलब्ध हैं यदि आपके आसपास या जानकारी में कोई दिव्यांग बच्चा शिक्षण ,प्रशिक्षण से वंचित है तो आप उसका नामांकन कभी भी करा सकते हैं हमारी संस्था दिव्यांगों की समस्याओं , उसके समाधान और उनके विभिन्न सुविधाओं को दिलाने में हर संभव मदद एवं सहायता करती है
रवि प्रकाश शुक्ला