स्वयं सेवी संस्थाओं ने बांटा ज़रूरतमंदों में खाना
मानवता और इंसानियत के दर्द को महसूस करने और सद्भावना की अलख जगाने के लिये आज दिनाँक 17 मई दिन 2022 रविवार को ग़ाज़ीपुर शहर के विभिन्न स्थानों जैसे एमएएच इंटर कॉलेज तिराहा,नियर गोराबाज़ार स्टेडियम तिराहा और फुल्लनपुर क्रासिंग पर सद्भावना रसोई के तत्वावधान में मज़दूरों,राहगीरों और दुकानदारों के मध्य खाना वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
वितरण से पूर्व ग्रामीण विकास संस्थान के निदेशक शमीम अब्बासी ने कहा कि यदि हम अपनी व्यस्तता में भी किसी के दुःख-दर्द को याद रखें और मुसीबत के समय उसके काम आएं तो ये मानवता का सबसे उत्कृष्ट उदाहरण है,उन्होंने कहा कि किसी भूखे को खाना खिलाना बड़े पुण्य/सवाब का काम है और उससे दुआएं पा लेना बड़ी कामयाबी है।
मानव सेवा समिति सिखड़ी के प्रबंध निदेशक और कार्यक्रम संयोजक रमेश यादव(पूर्व ज़िला पंचायत सदस्य) ने कहा कि मानवता ही धर्म है और धर्म ही मानवता है,किसी भूखे को खाना खिलाना ही सच्ची इंसानियत है,उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि जनपद में कोई भूखा न रहे और सच ये है कि संकल्प द्वारा किसी भी मंज़िल को हासिल किया जा सकता है,सद्भावना रसोई हमारे इस संकल्प में महत्वपूर्ण किरदार अदा करेगी।
गुरुद्वारा समिति के अध्यक्ष सरदार दर्शन सिंह ने कहा कि मानव सेवा ऐसा क्षेत्र है जहां किसी की मदद करके संतुष्टि और पुण्य दोनों कमाया जा सकता है, हमारा इरादा है कि इंसानियत के इस दायरे को और विस्तृत करें।
नया सवेरा फाउंडेशन के संस्थापक मौलाना नजमुस्साकिब अब्बासी नदवी ने कहा कि यदि हम मानवता कि सेवा को अपना उद्देश्य बना लें तो ये सृष्टि का सबसे सुंदर उद्देश्य होगा,आगे उन्होंने कहा कि नंगे को कपड़ा पहनाना,भूखे को खाना खिलाना और ज़रूरत के समय किसी के काम आना ही वास्तविक मानव सेवा है।
हज़रत सय्यद मसूद ग़ाज़ीपुर वेलफेयर सोसायटी के संस्थापक मौलाना नईमुद्दीन ग़ाज़ीपुरी ने सद्भावना रसोई के इस उत्कृष्ट कार्य पर अपने विचार व्यक्त किये और उसकी टीम की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
इसके उपरांत इन समाजसेवियों द्वारा लगभग 250 मज़दूरों के मध्य खाना बांटा गया।
इस अवसर पर सुनील यादव, अनिल कुमार,राजेश तिवारी,अब्दुस्समद सिद्दीकी, अरमान अंसारी,बिलाल अहमद,राहुल कुमार,अजय यादव आदि कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।