आज दिनांक 11.10.2022 को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर #श्री महादेव महंत जयराम यति इंटर कॉलेज औढ़ारी मठ सिखड़ी गाजीपुर एवम #मानवसेवासमिति सिखड़ी गाज़ीपुर के तत्वाधान में विश्व में #लिंगानुपात, बालिका सशक्तिकरण एवं उनके अधिकार तथा सरकार द्वारा चलाई जा रहे तमाम योजनाओं पर गोष्टी कर बालिकाओं को जागरूक किया गया। इस अवसर पर चित्रकला एवम निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई।
भारत की पहली महिला शिक्षिका #सावित्रीबाई_फुले जिन्होंने लड़कियों व महिलाओं की #शिक्षा के लिए तमाम प्रयास किए और उनके हक के लिए बहुत संघर्ष किया और कुपोषित रूपी समाज से लड़कर लड़कियों और समाज के बहिष्कृत लोगों को शिक्षा का हक दिलाया।
संस्था के प्रबंधक #रमेश_यादव ने बताया कि भारत सरकार ने विवाह अधिनियम 2006 को संशोधित किया जिसमें महिलाओं की शादी की न्यूनतम कानूनी उम्र 18 साल से बढ़ाकर 21 साल कर दिया गया है अगर कोई भी आप को 21 साल से पहले शादी के लिए बाध्य करता हैं तो उन्हें मना करे और बताए कि यह मेरा अधिकार है और मेरी विवाह की न्यूनतम आयु 21 साल हैं अगर फिर भी न माने तब आप तुरंत पुलिस को सूचना दें।जीवित्पुत्रिका व्रत के अवसर पर हमारी माताएं और बहनें केवल बेटो के लिए व्रत रखती हैं लेकिन बेटियो के लिए नहीं।
महिलाओं को भी अपने घर में भाभी को बहन की तरह सम्मान देना चाहिए और उनके प्रति संवेदनशील हो, समाज में उनको सम्मान तभी मिलेगा जब तक महिलाए एक दूसरे का सम्मान नहीं करेंगी ।
प्रबंधक द्वारा यह भी बताया गया कि आप लोग घरेलू हिंसा के खिलाफ कदम उठाएं और उसके अधिकार को जाने, महिला हेल्पलाइन नंबर #1090 या पुलिस हेल्पलाइन नंबर #112 पर आप शिकायत कर सकती हैं । #पास्को_एक्ट , #बेटी_बचाओ_बेटी_पढ़ाओ, #सुकन्या_समृद्धि योजना यादि योजनाओं के बारे में बताया गया और यह भी बताया गया कि बेटी को भी पैतृक संपत्ति में अब बराबर का अधिकार है वह जब चाहे तब अपने पैतृक संपत्ति से बराबर का हिस्सा ले सकती हैं।
संस्था द्वारा लगातार 4 वर्षों से महिला #सशक्तिकरण के लिए ऐसे असहाय बेटियों की शादी करा रहा है जो असहाय हो तथा जिनके माता पिता नहीं है और गरीबी रेखा के अंतर्गत आते हैं। और संस्था लगातार ऐसे कार्य आगे भी करती रहेगी।